
(1) अजवाइन दोपहर में और रात को खाना खाने के 10-15 मिनिट बाद आधा चमच लेने से गैस में आराम मिलेगा।
(2) रात को सोते समय जीरा पानी पीना चाहिए।
(3) हींग को पानी में मिलाकर पिएं
(4) अदरक गैस को दूर करती है
(5) बैकिंग सोड़ा और नींबू का रस पियें
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(1) रोज 2 चम्मच गुड़ गर्म दूध के साथ लें।
(2) दूध में सूखे अंजीर को उबाल कर खाएं, और दूध को पी लें।
(3) रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ लें।
(4) सुबह उठकर नींबू के रस में काला नमक मिलाकर सेवन करें।
(5) रात के भोजन में पपीता का सेवन करें।
(6) एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच देसी घी डालकर सोने से पहले पिएं।
(7) दस ग्राम इसबगोल की भूसी को सुबह-शाम पानी के साथ पिएं।
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(1) खाने के बाद नियमित रूप से एक कप अनानास के रस का सेवन करें।
(2) तैलीय एवं मिर्च-मसालेदार भोजन से दूर रहें, जितना हो सके सादा एवं कम मसाले वाला भो जन करें।
(3) पेट भर भोजन के बाद तुरन्त न सोए। सोने से लगभग दो घंटे पहले ही भोजन कर लें।
(4) भोजन करने के बाद टहलने की आदत डालें।
(5) जंकफूड का सेवन बिल्कुल न करें।
(6) चाय और कॉफी का सेवन कम करें।
(7) अनार और आँवला को छोड़कर अन्य खट्टे फलों से परहेज करना चाहिए।
(8) योग एवं प्राणायाम करें।
(9) खाना खाने के बाद सौंफ चबाने से एसिडिटी से राहत मिलती है।
(10) भोजन के बाद या दिन में कभी भी गुड़ का सेवन करें। गुड़ पाचन क्रिया को सुधार कर पाचन तंत्र को अधिक क्षारीय बनाता है और पेट की अम्लता को कम करता है।
(11) नारियल पानी का सेवन करें।
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(1) गुदा के बाहर के मस्सों में एलोवेरा जेल लगाएं। यह जलन और खुजली को शांत करता है।
(2) जैतून के तेल में सूजन ठीक करने वाले गुण होते हैं , उसका मालिश करना है।(बादी बवासीर )
(3) तीन अंजीर एक गिलास पानी में भिगों दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन कर, इस पानी को भी पिएं
(4) गरम पानी से 10 -15 मिनिट शेक करना है।
(5) हरी धनिया का 1 कप ज्यूस सुबह में खाली पेट पीना है।
(6) काले तिल और मक्खन मिक्स करके दिन में 2 -3 बार खाना है।
(7) सुबह टॉयलेट जाने से पहले और रात को सोते समय मस्से के ऊपर 5-7 मिनिट एरंडी के तेल का मालिश करना है।
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(1) फाईबर युक्त आहार का सेवन करें।
(2) प्रतिदिन थोड़ा व्यायाम करें।
(4) अपने आहार में फल, सब्जियां, सेम और साबुत अनाज आदि शामिल करें।
(5) हरी धनिया का 1 कप जूस सुबह में खाली पेट पीना है।
(6) काले तिल और मक्खन मिक्स करके दिन में 2 -3 बार खाना है।
(7) सुबह टॉयलेट जाने से पहले और रात को सोते समय मलाशय के ऊपर 5-7 मिनिट एरंडी के तेल का मालिश करना है।
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(1) एक पके केले और कपूर भी फिस्टुला के उपचार के लिए बहुत सहायक होता है. आप पके हुए केले के बीच में चीरा लगा कर चने के दाने के बराबर कपूर को रख दें और फिर इसको खाए और इसे खाने के एक घंटा पहले और एक घंटा बाद में कुछ भी नहीं खाना पीना चाहिए.
(2) गरम पानी से 10 -15 मिनिट शेक करना है।
(3) जहा फिस्टुला है वहा गाय के दूध और हल्दी का 5 -7 मिनिट मालिश करना है।
(4) नीम की पत्तियों का इस्तेमाल भी फिस्टुला के उपचार के लिए किया जाता है. इसके लिए इस पत्तियों को घी और तिल की 5-5 ग्राम की मात्रा में लें. फिर उसे कूट-पीसकर उसमें 20 ग्राम जौ का आटा मिलाकर उस पानी की सहायता से इसका लेप तैयार करें. अब इस लेप को किसी साफ कपड़े के टुकड़े पर फैलाकर फिस्टुला पर बांध लें. इससे काफी लाभ मिलता है।
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(1) छाछ में चुटकी भर हींग व जीरा मिलाकर सेवन करें।
(2) कालीमिर्च और काला नमक- दोनों 3–3 ग्राम मट्ठे के साथ लें, इससे जल्दी आराम मिलेगा।
(3) हींग, अजवायन और सोंठ बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। इसमें से एक-एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम गरम पानी के साथ भोजन के बाद लें।
(4) आधा चम्मच सोंठ के चूर्ण में जरासी मिश्री मिलाकर सेवन करें। यह संग्रहणी में भूख को जगाने का कार्य करता है।
(5) रोग ठीक होने तक रोजाना केवल दो या तीन बार ही आहार लें। प्रातराश (Breakfast), दोपहर का भोजन (Lunch), और रात्रि का भोजन (Dinner), दो आहारों के बीच कम से कम चार घण्टे का अंतराल रखें।
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(1) आंत के सूजन को कम करने या कंट्रोल करने के घरेलू उपायों में सबसे जरूरी है पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और थोड़ी थोड़ी मात्रा में पानी पीना।
(2) ऐलोवेरा का जूस पीने से आंत की सूजन में सुधार आता है।
(3) आंत के सूजन वाले मरीजों के लिए विटामिन डी फायदेमंद होता है. इसके लिए संतरे का जूस और दूध का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इनमें विटामिन डी पर्याप्त मात्रा होती है।
(4) नारियल का तेल- इस तेल से बने भोजन को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं. इससे आंत की समस्याओं में राहत मिलती है।
(5) ग्रीन टी- इसको एक सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है. इसकी मदद से आंत की सूजन कम की जा सकती है।
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(1) आपके आहार में साबुत अनाज की रोटी, अनाज, फल और सब्जियां, डेयरी उत्पाद, नट और सीड्स, ब्रोकली , नींबू, अमरूद, संतरा , पपीते , पनीर, तले हुए अंडे, मछली और चिकन शामिल होना चाहिए।
(2) किशमिश, केला , घी और चीनी , दूध , ओट्स , पीनट बटर , बादाम और मूंगफली , भिगोया हुआ चना का सेवन करना चाहिए.
(3) आलू को अपने नियमित डाइट में शामिल करें।
(4) घी खाने से भी आपका वजन बढ़ेगा क्योंकि इसमें संतृप्त वसा और कैलोरी की काफी अच्छी मात्रा होती है।
(5) रोजाना दिनभर में एक मुट्ठी किशमिश खाएं।
(6) अंडा, केला, बादाम का सेवन, पर्याप्त नींद अनिवार्य हे, रोजाना सुबह दूध और केला खाएं।